शनिवार, 5 मार्च 2011

तुम्हारी आँखों का.....

तुम्हारी आँखों का -मुझको ,समंदर  याद आता है,
लब  से छु गये थे  लब, वो मंजर याद आता है.
वो मंजर याद  आता है, मै सब कुछ भूल जाता हूँ ,
तुम्ही को गा रहा हूँ  मै,तुम्ही को गुनगुनाता हूँ.

1 टिप्पणी:

  1. भारतीय ब्लॉग लेखक मंच की तरफ से आप, आपके परिवार तथा इष्टमित्रो को होली की हार्दिक शुभकामना. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच

    जवाब देंहटाएं