शनिवार, 13 नवंबर 2010

हाँ तुम !

तुम्हारे नील -झील से नैन ,
और लहराते काले बाल,
तुम्हारी मन-मोहक मुस्कान ,
हमारी आँखों का व्यवहार .

तुम्हारे नयन -नक्श विशाल ,
तिस पर अरे ओढ़नी  लाल,
 हवा से उड़े ओढ़नी लाल,
हवा का बन जाऊ , मै काल.

तुम्हारे नील -झील से नैन ,
और लहराते काले बाल.

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