मंगलवार, 16 नवंबर 2010

जाड़े के दिन एक राज्यिया ....

जाड़े के दिन आवन बयये,
हमने सोची एक बतयिया,
चलो ख़रीदे एक राज्यिया  .

ठाट -बाट से गएँ बजरिया,
सोनुवा के संग गयन बजरिया,
और खरीदी एक राज्यिया  .

वहिका संग हम लायें भइय्या ,
बड़े मजे ते सोयन भईय्या,
ई है हमरी एक राज्यिया   .


इहते प्यार बहुत है हमका ,
रिश्ते मा  ना लगे सैया,
हमरी प्यारी एक राज्यिया   .

बहार से तो ठंडी बहुते,
अंदर गरम बहुत रजिय्या,
हमरी  न्यारी एक राज्यिया  .

प्यार -मेल के मस्त खेल मा.
आठ बजे तक सोयें भईय्या,
ऐसी हमरी एक  राज्यिया  .

देर हो गयी कॉलेज  कहिय्या ,
डाट पड़ी फिर हमका भईय्या,
ऐसी हमरी एक राज्यिया  .

पाहिले थोडा गुस्सा भायें
फिर घुसि गएँ वही राज्यिया  ,
जाड़े के दिन एक राज्यिया  .

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